तुम्हें याद तो है न यह सब ?

थल चिह्न
यानी लैंडमार्क
होते ही इसलिए हैं
कि
उनके बहाने
हम
अपनी बेवकूफियों को
याद कर सकें।
आज २६ अक्टूबर को
करवा चौथ के चाँद के सामने
अंतिम रूप से मर गई
पहली जुलाई।
करवा चौथ का कौन सा
स्वांग ......
तुमने उस दिन नहीं रचा ?
नाटक के सारे दृश्य दोहराए।
मैं पहली बार
आपे से बाहर हुआ।
और हाँ ......
तुम्हें डायरियां देने का
बहुत शौक है।
वे हर साल बदल जो जाती हैं
तुम्हारी प्राथमिकताओं की तरह।
अपने जीवन में आये
हर पुरुष की तरह
तुमने, मुझे भी
अपने औटोग्राफ वाली
डायरी दी।
जिसमें मुझे कहा था
अल्टीमेट.....!
तुम्हें याद तो है न यह सब ?
हो भी .......तो,
अब कभी याद मत करना यह सब।

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