नहीं आना ?

तुम तक आना था
तो
मैं
तुम जैसा हो गया।
कभी, तुम
क्यों नहीं होते
मुझ जैसे ?
क्या
तुम्हें
मुझ तक नहीं आना ?

टिप्पणियाँ

  1. आज पहली बार आपका ब्लॉग देखा. रचनाएँ बहुत महसूस करके लिखी गई हैं. बधाई.यदि कमेन्ट बॉक्स से वर्ड वेरिफिकाशन हटा दें तो सुविधा होगी.

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